लकीरें हैं तो रहने by ravi | Apr 4, 2020 | अंदाज़े बयां, शेर लकीरें हैं तो रहने दो, किसी ने रूठ कर गुस्से में शायद खींच दी थीं, उन्हीं को अब बनाओ पाला, और आओ कबड्डी खेलते हैं।।