एहसास-ए-हुस्न बन के नज़र में समा गए, गो लाख दूर थे वो मगर पास आ गए। इक रौशनी सी दिल में थी वो भी नहीं रही, वो क्या गए चराग़-ए-तमन्ना बुझा गए। दैर ओ हरम है और तो हासिल न कुछ हुआ, सज्दे ग़ुरूर-ए-इश्क़ की क़ीमत घटा गए। तन्हा-रवी में यूँ तो मुसीबत थी हर क़दम, हम...
सिर्फ़ ख़ंजर ही नहीं आँखों में पानी चाहिए, ऐ ख़ुदा दुश्मन भी मुझ को ख़ानदानी चाहिए। शहर की सारी अलिफ़-लैलाएँ बूढ़ी हो चुकीं, शाहज़ादे को कोई ताज़ा कहानी चाहिए। मैं ने ऐ सूरज तुझे पूजा नहीं समझा तो है, मेरे हिस्से में भी थोड़ी धूप आनी चाहिए। मेरी क़ीमत कौन दे सकता है...
अब उदास फिरते हो सर्दियों की शामों में, इस तरह तो होता है इस तरह के कामों में। अब तो उस की आँखों के मय-कदे [simple_tooltip content=’available’]मयस्सर[/simple_tooltip] हैं, फिर सुकून ढूँडोगे साग़रों में जामों में। दोस्ती का दावा क्या आशिक़ी से क्या मतलब,...
[simple_tooltip content=’कल्पना की दुनिया, world of imagination’]दुनिया-ए-तसव्वुर[/simple_tooltip] हम आबाद नहीं करते, याद आते हो तुम ख़ुद ही हम याद नहीं करते। वो [simple_tooltip content=’निरंतर अत्याचार, continuous...
मिरे ख़ुदा मुझे इतना तो [simple_tooltip content=’भरोसेमंद, reliable’]मो’तबर [/simple_tooltip]कर दे, मैं जिस मकान में रहता हूँ उस को घर कर दे। ये रौशनी के [simple_tooltip content=’पीछा करना,...
एक रात आप ने उम्मीद पे क्या रक्खा है, आज तक हम ने चराग़ों को जला रक्खा है। [simple_tooltip content=’एक नीला फूल लिली, a lily flower ‘]सौसन[/simple_tooltip] ओ [simple_tooltip content=’एक तरह का फूल, a kind of flower’]नस्तरन[/simple_tooltip] ओ...