ज़मीन जल चुकी है

ज़मीन जल चुकी है

ज़मीन जल चुकी है आसमान बाकी  है वो जो खेतों की मेड़ पर उदास बैठे हैं, उन्ही की आँखों में अब तक ईमान बाकी  है , बादलों अब तो बरस जाओ सूखी जमीनों पर , किसी का घर गिरवी है और किसी का लगान बाकी है। Jameen jal chuki hai, Aasman baki hai, Vo jo kheto ki medon pr udas baithe...